आखिर क्यों असमर्थ है ? एफजीआईआईटी रायबरेली अपने मृतक प्रोफेसर के आश्रित को उचित नियुक्ति देने में

आखिर क्यों असमर्थ है ? एफजीआईआईटी रायबरेली अपने मृतक प्रोफेसर के आश्रित को उचित नियुक्ति देने में


आखिर क्यों असमर्थ है ? एफजीआईआईटी रायबरेली अपने मृतक प्रोफेसर के आश्रित को उचित नियुक्ति देने में 

मृतक प्रोफेसर दिनेश तिवारी की पत्नी नियुक्ति न दे कर 3 वर्ष के पुत्र और पत्नी के साथ अत्याचार कर रहे हैं 

रायबरेली। फिरोज गांधी इंस्टीट्यूट आफ इन्जीनियरिंग एण्ड टेक्नोलोजी, रायबरेली अपने मृतक प्रोफेसर के आश्रित को उचित नियुक्ति नही दे रहा है। असिस्टेंट प्रोफेसर दिनेश तिवारी की दिनांक 24-04-2021 कोरोना महामारी में मौत हो गई थी। जबकि दो साल से प्रोफेसर के मृतक आश्रित उचित नियुक्ति के लिए भटक रहे हैं। प्रोफेसर की मौत के बाद से लगातार उनकी पत्नी योग्यतानुसार समुचित पद पर नियुक्ति को लेकर कई बार कालेज प्रबंधक को पत्र लिख चुकी है। कई बार खुद भी अपने पति की नौकरी के लिए कालेज निदेशक से मिल चुकी है। मृतक का कहना है की उनके पति दिनेश तिवारी, एसोसिएट प्रोफेसर की कोरोना की बीमारी के कारण लालगंज, रायबरेली (L2) अस्पताल में दिनांक 24-04-2021 को मृत्यु हो गयी थी। सरकारी प्रोटोकाल के तहत अस्पताल द्वारा वाहन उपलब्ध नहीं कराया गया वह अपने साधन से ड्राइवर के साथ में एक के साथ शव को डलमऊ घाट पर पहुँचाया गया, जहाँ अन्त्येष्टि संस्कार किया गया। बताते चले की मृतक का तीन साल एक पुत्र है।दिवंगत प्रोफेसर के पूरा परिवार उन्ही पर निर्भर था। प्रो० तिवारी की असमय कोरोना की बीमारी से मृत्यु हो जाने के कारण पूरा परिवार अस्त-व्यस्त हो गया है, जीविकोपार्जन, शिक्षा-दीक्षा का कोई श्रोत नहीं है, दिन-प्रतिदिन का खर्च चलाना भी मुश्किल हो गया है। जबकि प्रोफेसर की पत्नी की शैक्षिक योग्यता एम.ए. - हिन्दी,प्रभाकर -संगीत ( प्रथम श्रेणी) कम्प्यूटर एप्लीकेशन एण्ड प्रोग्रॅमिंग, एडवांस बेसिक ग्रेड है। दिवंगत प्रोफेसर की पत्नी अपने अधिकार के लिए सालो से कालेज प्रबंध तंत्र के चक्कर काट रही है। लेकिन उसे उसका अधिकार अभी तक नही मिला । जबकि मृतक की से विनोद दोहरे और दिग्विजय सिंह ने कहा कि कोई भी नेता मंत्री आपकी ज्वाइनिंग में कुछ नहीं कर सकता है आप दूसरी संस्था में काम देख लीजिए प्रोफेसर दिनेश तिवारी बहुत ही कर्मठ प्रोफेसर थे उनकी पत्नी का कहना है की कालेज प्रबंध तंत्र सहानुभूतिपूर्वक विचार करने की कृपा करें तथा बच्चों के भरण-पोषण, शिक्षा-दीक्षा

समुचित चलते रहने हेतु परिवार के जीवन यापन के लिए उसे उसकी योग्यतानुसार समुचित पद पर अपनी संस्था में नियुक्ति प्रदान करने का आदेश पारित करने की कृपा करें। तिवारी जी की पत्नी को पति की जगह पर कार्यरत करने का अधिकार दें।आखिर क्यों असमर्थ है ? एफजीआईआईटी रायबरेली अपने मृतक प्रोफेसर के आश्रित को उचित नियुक्ति देने में

रायबरेली। फिरोज गांधी इंस्टीट्यूट आफ इन्जीनियरिंग एण्ड टेक्नोलोजी, रायबरेली अपने मृतक प्रोफेसर के आश्रित को उचित नियुक्ति नही दे रहा है। विनोद दोहरे और दिग्विजय सिंह ने कहा कि न कोई नेता न कोई मंत्री इसमें कुछ नहीं कर सकता है।असिस्टेंट प्रोफेसर दिनेश तिवारी की दिनांक 24-04-2021 कोरोना महामारी में मौत हो गई थी। जबकि दो साल से प्रोफेसर के मृतक आश्रित उचित नियुक्ति के लिए भटक रहे हैं। प्रोफेसर की मौत के बाद से लगातार उनकी पत्नी योग्यतानुसार समुचित पद पर नियुक्ति को लेकर कई बार कालेज प्रबंधक को पत्र लिख चुकी है। कई बार खुद भी अपने पति की नौकरी के लिए कालेज निदेशक से मिल चुकी है। मृतक का कहना है की उनके पति दिनेश तिवारी, एसोसिएट प्रोफेसर की कोरोना की बीमारी के कारण लालगंज, रायबरेली (L2) अस्पताल में दिनांक 24-04-2021 को मृत्यु हो गयी थी। सरकारी प्रोटोकाल के तहत अस्पताल द्वारा वाहन उपलब्ध नहीं कराया गया वह अपने साधन से ड्राइवर के साथ में एक के साथ शव को डलमऊ घाट पर पहुँचाया गया, जहाँ अन्त्येष्टि संस्कार किया गया। बताते चले की मृतक का तीन साल एक पुत्र अनय है।


दिवंगत प्रोफेसर के पूरा परिवार उन्ही पर निर्भर था। प्रो० तिवारी की असमय कोरोना की बीमारी से मृत्यु हो जाने के कारण पूरा परिवार अस्त-व्यस्त हो गया है, जीविकोपार्जन, शिक्षा-दीक्षा का कोई श्रोत नहीं है, दिन-प्रतिदिन का खर्च चलाना भी मुश्किल हो गया है। जबकि प्रोफेसर की पत्नी की शैक्षिक योग्यता एम.ए. - हिन्दी,प्रभाकर -संगीत ( प्रथम श्रेणी) कम्प्यूटर एप्लीकेशन एण्ड प्रोग्रॅमिंग, एडवांस बेसिक ग्रेड है। दिवंगत प्रोफेसर की पत्नी अपने अधिकार के लिए सालो से कालेज प्रबंध तंत्र के चक्कर काट रही है। लेकिन उसे उसका अधिकार अभी तक नही मिला । जबकि मृतक की से विनोद दोहरे और दिग्विजय सिंह ने कहा कि कोई भी नेता मंत्री आपकी ज्वाइनिंग में कुछ नहीं कर सकता है आप दूसरी संस्था में काम देख लीजिए प्रोफेसर दिनेश तिवारी बहुत ही कर्मठ प्रोफेसर थे उनकी पत्नी का कहना है की कालेज प्रबंध तंत्र सहानुभूतिपूर्वक विचार करने की कृपा करें तथा बच्चों के भरण-पोषण, शिक्षा-दीक्षा

समुचित चलते रहने हेतु परिवार के जीवन यापन के लिए उसे उसकी योग्यतानुसार समुचित पद पर अपनी संस्था में नियुक्ति प्रदान करने का आदेश पारित करने की कृपा करें। तिवारी जी की पत्नी को पति की जगह पर कार्यरत करने का अधिकार दें। दूसरे संस्था में काम करने सलाह न दिया जाए

प्रदीप कुमार सीनियर रिपोर्टर

की खास रिपोर्ट
 

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